India Crypto Adoption 2025: रिपोर्ट में भारत नंबर 1, क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता में भारत ने एक बार फिर पूरी दुनिया को पीछे छोड़ दिया है। Chainalysis Global Crypto Adoption Index 2025 की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, भारत लगातार तीसरे साल नंबर 1 पर रहा है। अमेरिका दूसरे स्थान पर है। यह रैंकिंग दर्शाती है कि भारत में डिजिटल एसेट्स, ब्लॉकचेन और वेब3 तकनीक को लेकर लोगों की रुचि कितनी तेज़ी से बढ़ रही है।
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APAC क्षेत्र में सबसे तेज़ क्रिप्टो ग्रोथ
रिपोर्ट के अनुसार, एशिया-प्रशांत (APAC) क्षेत्र अब दुनिया का सबसे तेज़ी से बढ़ता हुआ क्रिप्टो मार्केट बन गया है।जून 2024 से जून 2025 के बीच APAC का क्रिप्टो ट्रांजैक्शन वॉल्यूम $1.4 ट्रिलियन से बढ़कर $2.36 ट्रिलियन हो गया। इस उछाल में क्रिप्टो इंडिया रिपोर्ट 2025 भारत, वियतनाम और पाकिस्तान जैसे देशों की सबसे बड़ी भूमिका रही।
इसके अलावा, लैटिन अमेरिका में क्रिप्टो अपनाने की दर 63% बढ़ी, जबकि सब-सहारा अफ्रीका ने 52% ग्रोथ दर्ज की। इन क्षेत्रों में डिजिटल करेंसीज़ का इस्तेमाल, भुगतान और रेमिटेंस के लिए बढ़ रहा है।
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भारत का वेब3 और ब्लॉकचेन इकोसिस्टम
Web3 in India: CoinDCX के को-फाउंडर सुमित गुप्ता का कहना है – भारत का लगातार तीसरे साल टॉप पर रहना गर्व की बात है। हमारी युवा पीढ़ी हमेशा से इंटरनेट और ब्लॉकचेन जैसी नई तकनीकों को तेजी से अपनाती रही है। आज भारत में 1,200 से अधिक Web3 स्टार्टअप्स हैं और अब तक $3 बिलियन से ज्यादा की फंडिंग आकर्षित की जा चुकी है।
पिछले 10 सालों में भारत का ग्लोबल Web3 डेवलपर्स में योगदान 5% से बढ़कर 12% हो गया है। अब भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ब्लॉकचेन डेवलपर हब बन चुका है। यदि स्पष्ट नीति फ्रेमवर्क तैयार किया गया, तो यह सेक्टर 2030 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और 8 लाख से ज्यादा नौकरियों का निर्माण कर सकता है।
Chainalysis की रिपोर्ट साफ़ करती है कि ग्लोबल साउथ देशों की ओर क्रिप्टो अपनाने का रुझान तेज़ी से बढ़ रहा है। यहां लोग डिजिटल करेंसीज़ का इस्तेमाल निवेश के साथ-साथ वास्तविक उपयोगिता पेमेंट्स, रेमिटेंस, ट्रेड के लिए भी कर रहे हैं।
Blockchain India Growth भारत की लीडरशिप न केवल तकनीकी क्षमता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि देश के लोग और संस्थान डिजिटल एसेट्स में कितना भरोसा कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यह रफ्तार भारत को आने वाले वर्षों में वैश्विक ब्लॉकचेन और वेब3 इनोवेशन हब बना सकती है।
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